1.3 भोजन के रूप में पौधे के भाग और जंतु-उत्पाद
पौधे हमारे भोजन का एक मुख्य स्त्रोत है। हम पौधे के कौन-से भाग का उपयोग खाद्य पदार्थ के रूप में करते हैं? हम पत्तियों वाली अनेक सब्जियां खाते हैं। कुछ पौधे के फलों को भोजन के रूप में खाते हैं (चित्र 1.4 )। कभी आपने सीताफल (काशीफल) के फूलों को चावल की पिट्ठी में डुबोकर व तलकर पकौड़ी बनाकर खाया है? इसका प्रयत्न कीजिए।
कुछ पौधों के दो या दो से अधिक भाग खाने योग्य होते हैं। उदाहरण के लिए सरसों के बीज से हमें तेल प्राप्त होता है एवं इसकी पत्तियों का उपयोग साग बनाने के लिए किया जाता है। क्या आप केले के पौधे के विभिन्न भागों के बारे में सोच सकते हैं जिन्हें हम भोजन के रूप में लेते हैं? क्या आप किसी अन्य पौधे के बारे में सोच सकते हैं जिसके दो या अधिक भाग खाए जाते हैं?
क्रियाकलाप 4
सारणी 1.3 में सूचीबद्ध सभी खाद्य पदार्थों में से उन संघटकों को छांटिए जिनका मुख्य स्त्रोत पौधे हैं। ये पौधों के किन भागों से प्राप्त होते हैं। इन खाद्य पदार्थों और पौधों के भागों को सारणी 1.4 के अनुसार सूचीबद्ध कीजिए।
चेतावनी :-( अपने आसपास के अनजान पौधों पर यह देखने के लिए परीक्षण न करें कि वे खाने योग्य हैं। कभी कभी पौधे विषैले भी हो सकते हैं। )
क्रियाकलाप 5
मूंग अथवा चने के कुछ सूखे बीज लीजिए। अब इनमें से कुछ बीजों को जल से भरे एक पात्र में डाल दें तथा एक दिन के लिए छोड़ दीजिए। अगले दिन जल को पूरी तरह निकाल दें और बीजों की गिलास में रहने दें। उन्हें एक गीले कपड़े में लपेटकर एक ओर रख दीजिए। अब क्या आप बीजों में कुछ परिवर्तन देखते हैं?
क्या एक छोटी सी सफेद संरचना बीज से बाहर निकल आती है? यदि हां, तो बीज अंकुरित हो गए हैं (चित्र 1.5 वाले 1.6)। यदि नहीं, तो बीजों को पानी में धोएं, पानी निकाल दें और गीले कपड़े से ढककर अगले दिन के लिए उन्हें छोड़ दें। क्या उस दिन आपको बीजों से बाहर निकलता हुआ एक छोटा-सा अंकुर दिखाई देता है?
अंकुरों को सावधानी से धोकर आप इन्हें खा सकते हैं। ये उबाले भी जा सकते हैं। इनमें कुछ मसाले मिलाने पर खाने के लिए एक स्वादिष्ट अल्पाहार तैयार हो जाता है।
क्या आप जानते हैं कि शहद कहां से आता है या यह कैसे उत्पादित होता है? क्या आपने एक मधुमक्खी का छत्ता देखा है, जहां बहुत- सी मधुमक्खियां भिनभिनाया करती हैं? मधुमक्खियां फूलों से मकरंद (मीठे रस) एकत्रित करती हैं और इसे अपने छत्ते में भंडारित करती हैं (चित्र 1.7)। फूल और उनका मकरंद, वर्ष के केवल कुछ समय में ही उपलब्ध होते हैं। अतः मधुमक्खियां इस मकरंद का भंडारण कर लेती हैं ताकि पूरे वर्ष इसका उपयोग किया जा सके। हम ऐसे छत्तों में मधुमक्खियों द्वारा भंडारित भोजन का शहद के रूप में उपयोग करते हैं।


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