2.4 अभावजन्य रोग

एक व्यक्ति खाने के लिए प्रर्याप्त भोजन पा रहा है, लेकिन कभी कभी उसके भोजन में किसी विशेष पोषक की कमी हो जाती है। यदि यह कमी लंबी अवधि तक रहती है तो वह व्यक्ति उसके अभाव से ग्रसित हो सकता है। एक या अधिक पोषक तत्वों का अभाव हमारे शरीर में रोग अथवा विकृतियां उत्पन्न कर सकता है। वे रोग जो लंबी अवधि तक पोषकों के अभाव के कारण होते हैं, उन्हें अभावजन्य रोग कहते हैं। 
  यदि कोई व्यक्ति अपने भोजन में पर्याप्त प्रोटीन नहीं ले रहा है तो उसे कुछ रोग हो सकते हैं जैसे वृद्धि का अवरुद्ध होना, चेहरे पर सूजन, बालों के रंग का उड़ना, त्वचा की बीमारियां और पेचिश आदि। 
  यदि प्रोटीन तथा कार्बोहाइड्रेट दोनों ही किसी व्यक्ति के आहार से एक लंबे समय तक अनुपस्थिति रहे तो उसकी वृद्धि पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाएगी।  ऐसा व्यक्ति बहुत दुबला पतला हो जाएगा। वह इतना दुर्बल हो जाएगा कि चलने में भी असमर्थ होगा। विभिन्न विटामिनों और खनिज लवणों के अभाव से विभिन्न रोग अथवा विकृतियां हो सकती है। इनमें से कुछ सारणी 2.3 में दर्शाए गए हैं। 
   सभी अभावजन्य रोगों की रोकथाम संतुलित आहार लेने से की जा सकती है। 
   इस अध्याय में हमने स्वयं से यह जानने की कोशिश की कि विभिन्न क्षेत्रों के भोजन में इतनी अधिक विविधता होते हुए भी आहार में पोषक तत्वों का वितरण सामान्य है। यह वितरण हमारे भोजन में आवश्यक पोषक तत्वों की उपस्थिति सुनिश्चित करता है। 
  

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