2.2 विभिन्न पोषक हमारे शरीर के लिए क्या करते हैं?
कार्बोहाइड्रेट मुख्य रूप से हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं। वसा से भी ऊर्जा मिलती है। वास्तविकता यह है कि कार्बोहाइड्रेट की तुलना में वसा की समान मात्रा से हमें अधिक ऊर्जा प्राप्त होती है। वसा और कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन को 'ऊर्जा देने वाला भोजन' भी कहते हैं (चित्र 2.3 तथा चित्र 2.4)।
प्रोटीन की आवश्यकता शरीर की वृद्धि तथा सर्वसमर्थ रहने के लिए होती है। प्रोटीन युक्त भोजन को प्रायः 'शरीर वर्धक भोजन' कहते हैं ( चित्र 2.5)।
विटामिन रोगों से हमारे शरीर की रक्षा करते हैं। विटामिन हमारी आंख, अस्थियों, दांत और मसूढों को स्वस्थ रखने में भी सहायता करते हैं। विटामिन कई प्रकार के होते हैं, जिन्हें अलग अलग नामों से जाना जाता है। इनमें से कुछ को विटामिन A, विटामिन B, विटामिन C, विटामिन D, विटामिन E तथा विटामिन K के नाम से जाना जाता है।
विटामिनों के एक समूह को विटामिन B-काॅम्पलैक्स कहते हैं। हमारे शरीर को सभी प्रकार के विटामिनों की अल्प मात्रा में आवश्यकता होती है। विटामिन A हमारी त्वचा तथा आंखों को स्वस्थ रखता है। विटामिन C बहुत से रोगों से लड़ने में हमारी मदद करता है। विटामिन D हमारी अस्थियों और दांतों के लिए कैल्सियम का उपयोग करने में हमारे शरीर की सहायता करता है। विभिन्न विटामिनों से भरपूर भोजन, चित्र 2.6 से 2.9 में दिखाए गए हैं।
हमारे शरीर को खनिज लवणों की आवश्यकता अल्प मात्रा में होती है। शरीर के उचित विकास तथा अच्छे स्वस्थ्य के लिए प्रत्येक खनिज-लवण आवश्यक है। विभिन्न खनिज लवणों के कुछ स्रोतों को चित्र 2.10 में दर्शाया गया है।
अधिकांश खाद्य पदार्थों में एक से अधिक पोषक होते हैं। आपने भी सारणी 2.2 में प्रेक्षणो को लिखित समय इस बात को अवश्य देखा होगा। फिर भी किसी कच्ची सामग्री में एक निश्चित पोषक की मात्रा दूसरे पोषकों की मात्रा से अधिक हो सकती है। उदाहरणतः चावल में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा दूसरे पोषकों से अधिक होती है। इस आधार पर हम यह कह सकते हैं कि चावल कार्बोहाइड्रेट समृद्ध भोजन है। इन पोषकों के अलावा हमारे शरीर को आहारी रेशों तथा जल की भी आवश्यकता होती है। आहारी रेशे
रुक्षांश के नाम से भी जाने जाते हैं। हमारे खाने में रुक्षांश की पूर्ति मुख्यत: पादप उत्पादों से होती है। रुक्षांश के मुख्य स्रोत साबुत खाद्यान्न, दाल, आलू, ताजे फल और सब्जियां है। रुक्षांश हमारे शरीर को कोई पोषक प्रदान नहीं करते हैं, फिर भी यह हमारे भोजन का आवश्यक अवयव है और इसका आयतन बढ़ा देते हैं। रुक्षांश बिना पचे भोजन को बाहर निकालने में हमारे शरीर की सहायता करता है।
जल भोजन में उपस्थित पोषकों को अवशोषित करने में हमारे शरीर की सहायता करता है। यह कुछ अपशिष्ट पदार्थ, जैसे कि मूत्र तथा पसीने को शरीर से बाहर निकालने में सहायता करता है। सामान्यत: हमारे शरीर को जितने जल की आवश्यकता होती है, वह हमे उन वस्तुओं से प्राप्त होता है जिन्हें हम द्रव रूप में लेते हैं। जैसे कि जल, दूध और चाय आदि। इसके अतिरिक्त हम जो भी भोजन पकाते हैं उसमें भी पानी का प्रयोग किया जाता है। आइए देखें कि क्या कोई अन्य स्रोत हमारे शरीर को जल ्् प्रदान करता है?
क्रियाकलाप 3
एक टमाटर अथवा नींबू जैसा कोई फल लें। इसे छोटे छोटे हिस्सों में काट लें। क्या ऐसा करते समय आपके हाथ गीले होते हैं ?
जब भी आपके घर में किसी फल या सब्जी को काटा या छीला या मसला जाता है तब ध्यान पूर्वक उसका निरीक्षण करें। क्या ऐसा करते समय आपको किसी ऐसे ताजे फल या सब्जी के बारे में पता चलता है जिसमें पानी की मात्रा नहीं होती?
हम देखते हैं कि कई खाद्य पदार्थों में जल होता है। कुछ सीमा तक हमारे शरीर के लिए आवश्यक जल की पूर्ति इसी जल से हो जाती है। इसकी अतिरिक्त कई खाद्य पदार्थों को पकाते समय हम उसमें जल डालते हैं।

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